लेकिन ये चर्चा, विमर्श और बहस इतनी शास्त्रीय न हो कि सामान्य रूप से यह ऊपर ऊपर से ही निकल जाये.... सहजता के साथ सरल भाषा में इस अन्तर को नये रचनाकारों को बताना जरूरी है....
-डा० जगदीश व्योम
July 9 at 8:13pm
-डा० जगदीश व्योम
July 9 at 8:13pm
No comments:
Post a Comment